Saturday, 15 November 2008

सत्यानुसरण 48

निर्भर करो, और साहस सहित अदम्य उत्साह से काम किये जाओ, लक्ष्य रखो, तुमसे तुम्हारा अपना और दूसरे का किसी प्रकार का अमंगल न हो। देखोगे, सौभाग्य-लक्ष्मी तुम्हारे घर में बँधी रहेगी।
कहा गया है, "वीर भोग्या वसुंधरा !" वह ठीक है; विश्वास, निर्भरता और आत्मत्याग, ये तीनों ही वीरत्व के लक्षण हैं।
--: श्री श्री ठाकुर, सत्यानुसरण

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