Monday, 10 November 2008

सत्यानुसरण 44

अहंकार आसक्ति लाता है; आसक्ति ला देती है स्वार्थबुद्धि; स्वार्थबुद्धि लाती है काम; काम से ही क्रोध की उत्पत्ति होती है; और, क्रोध से ही आती है हिंसा।
भक्ति ला देती है ज्ञान; ज्ञान से होता है सर्वभूतों में आत्मबोध; सर्वभूतों में आत्मबोध होने से ही आती है अहिंसा; और अहिंसा से ही आता है प्रेम। तुम जितना भर इनमें से जिस एक किसी का अधिकारी होगे, उतना ही भर इन सभी के अधिकारी होगे।
--: श्री श्री ठाकुर, सत्यानुसरण

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